तेरी नफरत ने ये क्या सिला दिया मुझे, ज़हर गम-ए-ज़िंदगी का पीला दिया मुझे


मत देख कोई शख्स गुनेहगार कितना है,

ये देके तेरे साथ वफादार कितना है,

ये मत सोच उसे कुछ लोगो से नफरत है,

ये देख उसे तुझसे प्यार है।



प्यार उसे करो जो तुमसे प्यार करे,

खुद से भी ज्यादा तुम पे ऐतबार करे,

तुम बस एक बार कहो रुको दो पल,

और वह उन दो पालो के लिए पूरी ज़िंदगी ऐतबार करे।



आप खुद नहीं जानते आप कितने प्यारे हो,

जान हो हमारी पर जान से प्यारे हो,

दूरियों के होने से कोई फर्क नहीं पड़ता,

आप कल भी हमारे थे और आज भी हमारे हो।



भूल कर आपको जायेगे कहाँ,

एक पल भी ज़मीन पर जी पाएंगे कहाँ,

आपसे ही मुस्कुराहट है ज़िंदगी में,

बिन आप के खुश रह पाएंगे कहाँ।



कभी तो की होगी सूरज ने चाँद से मोहब्बत,

तभी तो चाँद में दाग है,

और मुमकिन है चाँद ने की होगी बेवफाई,

तभी तो सूरज में इतनी आग है।



देखा है हमने भी आज़मा कर,

दे जाते है धोका लोग करीब आ कर,

कहती है दुनिया मगर दिल नहीं मानता,

क्या आप भी भूल जाओगे हमें अपना बना कर।

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